पार्किंसन रोग क्या है in Hindi

 Date-30/10/2021

केंद्रीय तंत्रिका तंत्र नर्वस सिस्टम यह एक तंत्रिका तंत्र से जुड़ा रोग है जिसमें शरीर के अंगों में कंपन महसूस होता है दुनिया में करीब 2 करोड़ लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं भारत में हर साल कई मामले सामने आते हैं यह रोग किसी भी उम्र में हो सकता है ज्यादातर पार्किंसन रोग 60 उम्र पार लोगों में अधिक देखने को मिलता है 










दिमाग की तंत्रिका धीरे-धीरे क्षतिग्रस्त हो जाती हैं तो पर्याप्त मात्रा में डोपामाइन की कमी से दिमाग वा शरीरके मूवमेंट को नियंत्रित करने की क्षमता कम होने लगती है ।

डॉ सरोज सिंह नया अपडेट दिनांक 24:12 2021

दिमाग को खोखला बना देती हैं 

ये आदतें, काम करना बंद कर देगा ब्रेन, आप पर हंसने लगेंगे लोग



दिमाग को खोखला बना देती हैं ये आदतें, काम करना बंद कर देगा ब्रेन, आप पर हंसने लगेंगे लोग

   

Harmful habits for brain: अगर आप अपने दिमाग को खोखला होने से बचाना चाहते हैं और कंप्यूटर से तेज बनाना चाहते हैं, तो इन गलत आदतों को छोड़ दें. इसके साथ ही दिमाग के लिए फायदेमंद फूड खाएं.





हमारा पूरा शरीर दिमाग कंट्रोल करता है. जिन लोगों का दिमाग तेज और हेल्दी रहता है, वह किसी भी काम को तेजी और बेहतर तरीके से कर पाते हैं. तेज दिमाग वाले लोग ही दुनिया में अपनी अलग पहचान बना पाते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ आदतें आपके दिमाग को खोखला बना देती हैं. जिसके बाद ब्रेन काम करना बंद या स्लो कर देता है. आइए जानते हैं कि दिमाग के लिए नुकसानदायक आदतें कौन-सी हैं और दिमाग को तेज बनाने के लिए किन चीजों का सेवन किया जा सकता है.




Harmful Habits for brain: दिमाग को खोखला बनाने वाली आदतें

एक्सपर्ट्स निम्नलिखित आदतों या कामों को करने से मना करते हैं. क्योंकि, यह आपके मस्तिष्क के लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं. जैसे-




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1. कम नींद लेना

कम नींद लेने से आपके दिमाग पर बुरा असर पड़ सकता है. अपर्याप्त नींद के कारण मस्तिष्क की कोशिकाएं रिलैक्स नहीं हो पाती हैं और थकी रहती हैं. वहीं, अगर आप मुंह ढककर सोते हैं, तो इससे सोते हुए शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है. जो कि दिमाग को रिलैक्स होने में बाधा पहुंचा सकता है.



2. अत्यधिक मीठा खाना

विभिन्न एक्सपर्ट्स का कहना है कि शरीर में शुगर की अत्यधिक मात्रा दिमाग की कॉग्नीटिव स्किल और सेल्फ-कंट्रोल को बुरी तरह से प्रभावित करती है. जिस कारण आपकी याददाश्त भी कम होने लगती है.





3. ब्रेकफास्ट ना करना

ब्रेकफास्ट छोड़ना आपके दिमाग के लिए बुरा हो सकता है. क्योंकि, इससे ब्रेन को जरूरी पोषण नहीं मिल पाता है और वह दिनभर थकावट महसूस कर सकता है. जिस कारण आपका दिमाग सही तरीके से काम नहीं करता है.



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4. गुस्सा करना

अगर आप छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा करते हैं, तो यह भी आपका दिमाग ठप कर सकता है. क्योंकि, गुस्से से आपके दिमाग की रक्त धमनियों पर प्रेशर पड़ता है, जो कि उन्हें अस्वस्थ बना सकता है. यह दिमागी क्षमता को कम कर सकता है और दिमाग को धीमा बनाता है.





Foods for Brain: दिमाग को तेज बनाने के लिए क्या खाएं?

अगर आप दिमाग को तेज बनाना चाहते हैं, तो निम्नलिखित फूड का सेवन कर सकते हैं.

अखरोट कद्दू बीज ब्रोकली 












पार्किंसन रोग के लक्षण in Hindi

पार्किंसन रोग



 के लक्षणकुछ खास लक्षण  इशारा करते हैं जैसे शरीर में कंपन होना जकड़न शारीरिक क्रियाओं को तेजी से ना कर पाना झुक कर चलना अचानक गिर पड़ना यादाश् कमजोर होना और व्यवहार में बदलाव इसके प्रमुख लक्षण शरीर का संतुलन का शरीर की अलग प्रतिक्रिया  पुरुष में ज्यादा होता है गर्दन वा हाथ पैर में कपकपी इसके मरीज को एक तरफ अकड़न आ जाता


 पार्किंसन रोग किस तत्व की कमी से होता है in Hindi

 पार्किंसन रोग किससे होता है? पार्किंसन रोग सब्सटैंशिया नीग्रा (substantia nigra) नामक मष्तिष्क के हिस्से में तंत्रिका कोशिकाओं की क्षति होने की वजह से होता है। इसके परिणामस्वरूप मष्तिष्क में डोपामाइन नामक रसायन की मात्रा कम हो जाती है।

 पार्किंसन रोग के उपचार in Hindi

वर्तमान में पार्किंसन की दवा होम्योपैथिक में पर्याप्त है  फिजियोथेरेपी और कुछ मामलों में सर्जरी फायदेमंद साबित हो सकती है। दवा: हालांकि दवाएं पार्किंसन के रोगी को ठीक नहीं करती हैं, लेकिन यह रोग के लक्षणों पर बहुत अधिक नियंत्रण प्रदान करता है, जिससे रोगियों को बहुत राहत मिलती है।

 पार्किंसन रोग डोपामाइन को कैसे बढ़ाएं in Hindi





 इन सेल से निकलने वाला डोपामिन नामक केमिकल शारीरिक गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए न्यूरोट्रांसमीटर का काम करता है। उनके द्वारा रिसने वाला महत्वपूर्ण रसायन न्‍यूरोट्रांसमिटर 'डोपामिन' कम बनता है तथा एसीटिल कोलीन की मात्रा तुलनात्मक रूप से बढ़ जाती 

 पार्किंसन रोग की सर्जरी भी हो सकती है in Hindi



पार्किंसन के इलाज के लिए सस्ती सर्जरी 'सबथैलेमिक न्यूक्लियस लीजनिंग' में सफलता हासिल करके सबको चौंका दिया है। इस तकनीक से पार्किंसन का इलाज4 लाख रु में किया जा सकेगा। फिलहाल पार्किंसन के इलाज की डीबीएस तकनीक में 6 लाख रु का खर्च आता है।

 पार्किंसन रोग के लिए आहार और दिनचर्या in Hindi

पार्किंसन के लिए आहार दिनचर्या

संतुलित योजना

पथ्य (लेना है)

अनाज: पुराना शाली चावल, दलिया

दाले: मूंग, अरहर

फल एवं सब्जियां: परवल, लौकी, तरोई, करेला, कददू, मौसमी हरी सब्जियां,पुनर्नवा, सहजन, पत्तागोभी, फूलगोभी, ब्रोकॉली, पालक, चुकंदर प्याज, सेब, पपीता, अनार, आम, चेरी 

पार्किंसन रोग पर होम्योपैथिक वा आयुर्वेदिक चिकित्सा डॉ सरोज सिंह in Hindi



मर्ज की गंभीरता के आधार पर इलाज किया जाता है ज्यादातर दवाओं से नियंत्रित हो जाता है  डोपामिन हारमोंस को तय मात्रा में बने इसके लिए दवाएं दी जाती हैं एंटीऑक्सीडेंट व विटामिन से संबंधित दवाई देते हैं   कुछ व्यक्ति में दवा नहीं काम करती है जिसका पिट्यूटरी ग्लैंड काम नहीं करता है तो सर्जरी करते हैं जिसमें ब्रेन को stimu-let करके डोपामिन रिलीज करने की कोशिश की जाती है 


पार्किंसन लाइलाज बीमारी नहीं है नियमित ।  योगा जो एकाग्रता को बढ़ाता है जैसे आंखें मूंदकर ओम की जाप बैठकर व खड़ा होकर यह पैरों पर ओम की जाप एकाग्रत कपालभाती अलोम विलोम मस्तिष्क को ऊर्जा व ऑक्सीजन को बढ़ाता है 

पार्किंसन की होम्योपैथिक दवा R36 जर्मन 30chजिंको बिलोबा 30chजर्मन अल्फा अल्फा 30ch sbL ए तीनों दवाएं 6 माह में पूरी तरह पार्किंसन को ठीक कर सकती है  होम्योपैथिक दवाओं का डोज फिक्स करने के लिए डॉक्टर से संपर्क करें

यह होम्योपैथिक की दवाई ब्रेन के सेल को रीजेनरेट कर ब्रेन को ताकत ऊर्जा प्रदान करती हैं पार्किंसन के रोगी पूरी तरह से ठीक हो जाते हैं 800 पेशेंट के उपचार में सिद्ध पाया गया है प्रोफ़ेसर सत्यव्रत की अनुभूत चिकित्सा में in Hindi



पर्किंसन की जांच इसके लिए कोई विशेष जांच नहीं है पेट  को स्कैन कर डोपामिन स्कैन और एमआरआई की रिपोर्ट के आधार पर इसकी पुष्टि की जाती 


पार्किंसन का इलाज हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व से आयुर्वेदिक उपचार in Hindi चमत्कारिक

हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व पाया जाता है जिससे 1000 से ज्यादा व्यक्ति को ब्रेन से संबंधित ब्रेन की तंत्रिका तंत्र को मेंटेन करने  जो  ब्रेन के सेल डेट हो गए थे उन्हें पुनर्जीवित कर ब्रेन ट्यूमर वा पार्किंसन के पेशेंट चमत्कारिक लाभ हुआ सभी मरीज स्वस्थ है यह एक तरह का चमत्कार है करक्यूमिन की एक गोली सुबह गोली शाम इतने ही डोज में 3 माह में पूरी तरीके से पार्किंसन डिजीज को सही पाया गया

हल्दी मैं पाए जाने वाला तत्व करक्यूमिन इमेज



तो इससे मेमोरी लॉस (Memory Loss) और ब्रेन इंफ्लामेशन (Brain Inflammation) का जोखिम बढ़ जाता है. इस तरह की चीजें मानसिक रोग जैसे अल्जाइमर और डिमेंशिया के खतरे को भी बढ़ा देती हैं और आंत के अच्छे बैक्टीरिया को भी नुकसान पहुंचाती हैं.

​हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाली चीजें
हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाली चीजें ब्लड ग्लूकोज लेवल को बढ़ाती हैं. ब्रेड और पास्ता जैसी चीजें रिफाइंड कार्ब्स की श्रेणी में आती हैं. इन चीजों को न खाएं. ये वजन बढ़ने, मेटाबॉलिक डिसऑर्डर और डायबिटीज जैसी बीमारियों के खतरे को बढ़ा देती हैं.

​1हाई नाइट्रेट फूड
हाई नाइट्रेट फूड का भी मेंटल हेल्थ पर असर पड़ता है. ये आंत के अच्छे बैक्टीरिया को नुकसान पहुंचाता है और बाइपोलर डिसऑर्डर की स्थिति पैदा कर सकता है. इसका इस्तेमाल भोजन के रंग को बेहतर करने के लिए किया जाता है. सलामी, सॉसेज और बेकॉन जैसी चीजें न खाएं.

2शराब
शराब के सेवन से ब्रेन फॉग और मनोभ्रंश की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. ब्रिटिश मेडिकल जर्नल के मुताबिक, जो लोग शराब का सेवन करते हैं. उनमें डिमेंशिया की स्थिति पैदा होने का जोखिम बढ़ जाता है.

​3डीप फ्राइड फूड
डीप फ्राइड फूड खाना भी आपकी कॉग्निटिव हेल्थ पर असर डालता है. एक अध्ययन के मुताबिक, जो लोग अधिक मात्रा में तली हुई चीजें खाते हैं. उनकी याददाश्त कमजोर होने लगती है. इन चीजों का सेवन रक्त वाहिकाओं में सूजन पैदा करता है. डीप फ्राइड फूड खाना डिप्रेशन के जोखिम को भी बढ़ा देता है.

कहीं आपको भी तो नहीं लगातार चावल खाने की आदत? तुरंत बदल दें वरना पछताएंगे

​4एडेड शुगर वाली चीजें
शुगर वाली चीजों को बॉडी ग्लूकोज में तब्दील कर देती है. इससे एनर्जी मिलती है, लेकिन जब आप अधिक मात्रा में शुगर का सेवन करते हैं तो ये ब्रेन फंक्शन और मेमोरी पर असर डालता है. बेक्ड फूड और शुगर युक्त सोडा का सेवन करने से बचें. आर्टिफिशियल शुगर से बनी चीजें खाना आपकी ब्रेन हेल्थ पर खराब असर डालता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर 

अगला रिसर्च जल्द अपडेट होगा :- 26 11 2021






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