कोमा क्या है in Hindi
बेहोशी ; मूर्च्छा ; चक्कर 2. ... कोमा: कोमा इंग्लिश [संज्ञा पुल्लिंग] किसी गहरी चोट या गंभीर बीमारी के कारण उत्पन्न गहरी बेहोशी या संपूर्ण अचेतनता की स्थिति जो लंबी अवधि तक चली जा सकती है।
कोमा से बाहर कैसे आए in Hindi
1अध्ययन से पता चला कि दिमाग की इस त रह की सक्रियता कोमा से बाहर आने का संकेत है। अध्ययन से यह भी पता चला कि मरीजों को उनका नाम सुनाने से पहले जो पसंदीदा संगीत सुनाया गया उसने मस्तिष्क की सक्रियता पर काफी अच्छा असर डाला। पसंदीदा संगीत ने कोमा मरीज के मस्तिष्क की कार्यप्रणाली पर भी अच्छा असर डाला।कोमा से बाहर आने के लिए संगीत के साथ कुछ होम्योपैथिक दवाइयां भी है जैसे जिंकगो बिलोबा अल्फाल्फा की भी मदद ली जा सकती है
दिल के दौरा या मस्तिष्क आघात के अलावा शराब के साथ in Hindi
1किसी तरह का नशा मिलाकर लेना भी इंसान को कोमा में ले जा सकता है. शुगर के मरीज के भी कोमा में जाने का खतरा रहता है अगर उसका शुगर लेवल एकदम से घट या बढ़ जाए. ट्यूमर, दिमाग का संक्रमण और खतरनाक गैसों के बीच रहना भी कोमाव्यक्ति जा सकता है इसके लिए होम्योपैथिक दवाएं उनका सेवन करने से आदमी कोमा से बाहर आ जाता है यह कोई बहुत जटिल समस्या नहीं
कोमा कितने प्रकार का होता है in Hindi
कोमा भी दो तरह का हो सकता है. पहला है
1 वेजिटेटिव स्टेट, जिसमें इंसान की आंखें खुली होती हैं लेकिन उसे अपना या आसपास का कोई होश नहीं होता है
2. दूसरा है मिनिमली कांशस स्टेट- इस श्रेणी का मरीज कभी किसी बात पर न्यूनतम प्रतिक्रिया देता है तो कभी बिल्कुल नहीं दे पाता
दिमाग की नस फटने के कारण कोमा में in Hindi
1पहला स्ट्रोक दिमाग की नसों में ब्लॉकेज की वजह से होता है जिसे आम भाषा में क्लॉट बोला जाता है. वहीं दूसरा स्ट्रोक दिमाग की नस फटने से होने वाले खून की लीकेज से होता है जिसे हेमरेज कहा जाता है.इस स्थिति में होम्योपैथिक की दवा 1000 पर देखा गया सफलता का परिणाम अच्छा था जिसका इमेज दी गई है इसमें एक दवा और शामिल कर लो अर्निका मोंटाना 30ch होम्योपैथिक बहुत अच्छे परिणाम आएंगे जल्दी आदमी कोमा से बाहर आएगा
कोमा सर्दियां शुरू होने से बढ़ा ब्रेन स्ट्रोक का खतरा in Hindi
सर्दियों में ब्रेन स्ट्रोक का खतरा ज्यादा
1 ठंड की शुरुआत हो चुकी है। ऐसे मौसम में ब्रेन स्ट्रोक के मामले बढ़ने लगते हैं। समय से इलाज मिले तो मरीज की जान बचाने में मदद मिल सकती है और उसका असर भी कम हो सकता है।
ब्रेन स्ट्रोक होम्योपैथिक दवा का उपचार पहला घंटा ही गोल्डन पीरियड माना जाता in Hindi
1 इसमें तापमान का सीधा असर शरीर की कार्यप्रणाली पर पड़ता है। जैसे-जैसे तापक्रम गिरता है, शरीर के अंगों की प्रक्रिया भी धीमी पड़ने लगती है। नसों में सिकुड़न हो जाती है और इसके कारण दिमाग में रक्त प्रवाह धीमा पड़ने लगता है। अगर कोई शख्स शरीर के अंग को टेढ़ा कर रहा है, उसके देखने, सुनने व समझने की क्षमता प्रभावित हो गई हो तो तत्काल उसे चिकित्सक के पास ले जाएं। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान संस्थान के मुताबिक देश में हर तीन मिनट में कोई न कोई व्यक्ति
2ब्रेन स्ट्रोक से दम तोड़ता है प्राथमिक उपचार के तौर पर होम्योपैथिक अर्निका मोंटाना 30ch 1 घंटे में एक चम्मच पानी में 10 बूंद दिन में 5 बार देने से व्यक्त को कोमा से वापस लाया जा सकता है डॉक्टर के पास पहुंचने तक देर हो जाता है इसलिए सभी व्यक्त को जानकारी होना आवश्यक क्योंकि देर होने से दिमाग की नसों में ब्लड का थक्का व नसों का सिकुड़ना से रिकवरी जल्दी नहीं हो पाते लेट हो जाता है इसलिए प्राथमिक उपचार बहुत आवश्यक है
कोमा ब्रेन स्ट्रोक दिमाग का सिकुड़ना क्या है: in Hindi
1मस्तिष्क संकुचन या दिमाग की सिकुड़ना अल्जाइमर रोग से जुड़ा हुआ है। शोधकर्ताओं ने शोध में पाया है कि जो लोग अपने भोजन में ओमेगा 3 वसा अम्ल और विटामिन सी, डी, ई, और बी का सेवन करते है, वे इन पोषक तत्वों का सेवन न करने वाले लोगों की तुलना में मानसिक सोच परीक्षण में ज्यादा बेहतर अंक प्राप्त करने में सफल रहे।इसके साथ साथ ब्रेन का टॉनिक अल्फाल्फा लेना नितांत आवश्यक है जो ब्रेन में क्षरण कोरुकता है और ताकत देता है कोशिका को मेंटेन कर तंत्रिका तंत्र को कार्य करने के लिए प्रेरित करता है अल्फाल्फा होम्योपैथिक व जिंकगो बिलोबा
क्या होता है कोमा में जाने के बाद in Hindi
1कोमा में होने की स्थिति में व्यक्ति के रिकवरी के चांस होते हैं। यानी मेडिकली उसके दिमाग में वे संभावनाएं होती हैं, जो उसे फिर से ठीक कर सकती हैं।
2लेकिन ब्रेन डेड की स्थिति में ये संभावनाएं नहीं होती हैं। यानी कोमा के बाद वाली स्थिति ब्रेन डेड होती है
: ब्रेन हेमरेज से बचने के उपाय in Hindi:
1 यदि स्थिति गंभीर है तो ब्रेन हेमरेज के इलाज के लिए सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है। मस्तिष्क पर बन रहे दबाव को दूर करने के लिए ऑपरेशन किया जा सकता है। कई स्थितियों में खोपड़ी के हिस्से को हटाया भी जा सकता है।
2हालांकि यदि स्थिति गंभीर नहीं है तो डॉक्टर कुछ विशेष प्रकार की दवाएं दे सकते हैं। वह प्राथमिक चिकित्सा होम्योपैथिक अर्निका मोंटाना तत्काल देने से ब्लड गाढ़ा नहीं होता है पतला होता है रिकवर जल्दी कर लेता है
ब्रेन डेड होना कोमा में क्या अंतर है in Hindi
कोमा में होने की स्थिति में व्यक्ति के रिकवरी के चांस होते हैं। यानी मेडिकली उसके दिमाग में वे संभावनाएं होती हैं, जो उसे फिर से ठीक कर सकती हैं। लेकिन ब्रेन डेड की स्थिति में ये संभावनाएं नहीं होती हैं। यानी कोमा के बाद वाली स्थिति ब्रेन डेड होती है।
- क्लिनिकली चेकअप में कोमा के मरीज की आंख की in Hindi पुतलियां रिस्पॉन्स करती हैं। कुछ खास मेडिकल चेकअप्स (EEG) के दौरान मेडिकल एक्सपर्ट्स को ब्रेन फंक्शन्स के हिंट मिलते हैं। इससे पेशंट के ठीक होने की संभावना बनती है। लेकिन अगर इस दौरान होनेवाले क्लिनिकल चेकअप्स में ब्रेन फंक्शन की कोई ऐक्टिविटी नहीं मिलती है तब ब्रेन डेड की स्थिति बनती है।
सिर में चोट लगने के कारण कोमा में गया व्यक्ति की होम्योपैथिक दवा in Hindi
कोमा में जाने के लक्षण in Hindi
ये तीन चीजों के जरिए जांच करता है- आंखों का खुलना या फड़कना, किसी बात पर प्रतिक्रिया और आवाज पर कुछ कहना. इन तीनों मानकों पर स्कोर दिए जाते हैं. स्कोर जितना कम होगा, माना जाता है कि मस्तिष्क पर आघात उतना ज्यादा है यानी कोमा से बाहर आने की संभावना उतनी ही कम है.
ब्रेन डेट क्या है in Hindi
ब्रेन रिसर्च मै यह देखा गया है कि ब्रेन डेथ को ब्रेन स्टेम डेथ के रूप में भी जाना जाता है। यह तब होता है, जब व्यक्ति का मस्तिष्क कोई कार्य नहीं करता है। इसका मतलब है कि वे होश में नहीं आएंगे या बिना मेडिकल मशीन (वेंटिलेटर) के सहारे के सांस नहीं ले पाएंगे
किसी दुर्घटना में किसी व्यक्ति को चोट लगने के कारण कोमा में जाने पर होम्योपैथी दवा अर्निका मोंटाना 30 in Hindi
कोमा में महिला को हिस्टीरिया होने पर जाने पर होम्योपैथिक दवा in Hindi
शुगर के रोग में रक्त में शंकरा का स्तर अत्यंत घट जाने से उत्पन्न कोमा की स्थिति में उपयोगी है in Hindi
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