थायराइड क्या है ?और इसका इलाज in Hindi
1दरअसल थाइरॉयड हमारी गर्दन के सामने वाले हिस्से में तितली के आकार की एक ग्रंथि होती है जो टी3 और टी4 नामक हार्मोन रिलीज करती है. ये दोनों हार्मोंस शरीर में मेटाबॉलिज़्म, पाचन प्रकिया, वजन, तापमान, हृदय गति, मांसपेशियों व कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करते हैं. इन हार्मोंस के असंतुलित होने पर वजन कम या ज्यादा होने लगता है. इस स्थिति को ही थाइरॉयड बीमारी के नाम से जाना जाता है. जब थाइरॉयड ग्रंथि जरूरत से कम हार्मोंस का निर्माण करती है तो इसे हाइपोथाइरॉयडिज़्म कहा जाता है और जब अधिक हार्मोंस का निर्माण करने लगती है तो इसे हाइपरथाइरॉयडिज़्म कहा जाता है.
2लेकिन इनका इलाज बहुत जरूरी है क्योंकि थायराइड का स्तर असंतुलित होने पर मां और शिशु दोनों का स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है. यही वजह है कि जब भी कोई महिला गर्भवती होती है, या प्रेगनेंसी की प्लानिंग करती है तो डॉक्टर सबसे पहले उसे थाइरॉयड का टेस्ट कराने की सलाह देते हैं.
महिलाओं थायराइड हार्मोनका प्रेगनेंसी कंसीव करने में में भूमिक
1थायराइड हार्मोन पिट्यूटरी ग्लैंड इनक्रीस होता है महिला को प्रेगनेंसी के समय अगर थायराइडT4 बढा है थायराइड में मेडिकल के नजरिए से महिला की प्रेग्नेंसी रोकने में बहुत बड़ी भूमिका अदा करता है महिला अधिक तनाव पूर्ण को जीवन थायराइड पर बहुत बड़ा असर डालता है है T 3 तो कोई बहुत बड़ी दिक्कत नहीं होती हैT4 इसकी रेंज कंसीव करने के लिए 035 मिलीलीटर इंटरनेशनल पर यूनिट होना चाहिए
महिला को प्रेग्नेंसी कंसीव के समय थायराइड से दिक्कत क्यों होती है .
1थायराइड एक तरह का मास्टर लीवर होता है जो ऐसे जींस का स्राव करती है शरीर के सभी कोशिकाओं को रक्त पहुंचाने का काम करता है सही तरीके से काम ना करने के कारण महिला को सारे हारमोंस डिस्टर्ब हो जाते हैं महिला के एस्ट्रोजन वा टेस्टोस्टरॉन महिला को भी होता है यह पुरुष हारमोंस है लेकिन महिला के शरीर में 15 मिलीलीटर पर नैनोग्राम होता है इससे ज्यादा होने पर महिला के चेहरे पर बाल दिखने लगते हैं
महिला को गर्भ धारण करने में हारमोंस मदद करता है
1LH FSH प्रो लेम्टीन .एस्ट्रोजन यह सभी हारमोंस महिलाओं को गर्भधारण करने में मदद करते हैं
2उक्त सभी हारमोंस डिस्टर्ब होने के कारण महिला को प्रेगनेंसी के लिए यह 4 MM से ज्यादा नहीं बढ़ पाते हैं जो कि कंसीव करने के लिए महिला को 15 mm se 25 mm यह होना आवश्यक होता है एंडोमेट्रियम लाइन को भी ग्रो करता है जो 8 से 14 के बीच में होना चाहिए
थायराइड में महिला संजोग बस कंसीव भी कर लेती है तो
1महिला थायराइड ज्यादा में अगर कंसीव भी कर लेती है तो 1 माह से लेकर 3 माह के बीच मिस कैरेज होने के बहुत ज्यादा चांस होते हैंअगर संजोग बस मिस कैरेज ना हुआ तो समझो A M H हारमोंस उसका बहुत अच्छा है
2महिला प्रेगनेंसी में ज्यादा थायराइड होने पर बेबी विकलांग व ब्रेन से कमजोर होने के चांस होते हैं
3महिला प्रेगनेंसी के समय ज्यादा थायराइड होने पर बेबी को 3 माह से अल्ट्रासाउंड के माध्यम से बेबी के शरीर के विकास को देखना आवश्यक है अल्ट्रासाउंड आवश्यक है
4महिला कंसीव होने पर ज्यादा थायराइड मे भ्रूण को धड़कन ना आना
5ज्यादातर प्रेग्नेंट महिला को ज्यादा थायराइड में कंसीव होने पर भ्रूण में धड़कन ना आने का विशेष कारण बनता है देखा गया है मनुष्य शरीर का नेचर है कि किसी निर्जीव को अपने शरीर में 6 week से ज्यादा नहीं रोक पाता है इसी कारण 2 माह में अपने आप मिस कैरेज हो जाता है
6महिला कंसीव करने के लिए ज्यादा थायराइड को किस तरह से कंट्रोल करें
7महिला को गर्भ धारण करने के लिए आवश्यक है कि वह हरी धनिया का प्रयोग सुबह शाम एक चम्मच पीसकर 100 ml पानी में गर्म कर सुबह शाम पीना आवश्यक है अर्जुन की छाल को भी शामिल करें मात्र 2 माह में बड़े थायराइड को नार्मल कर देगा
गर्भवती महिला को ज्यादा थायराइड होने पर गाइडलाइन .
प्रेग्नेंट महिला को ज्यादा थायराइड होने पर उनको अपने डॉक्टर से थायरोक्सिन को फिक्स कर आना चाहिए प्रेग्नेंट के समय धनिया का पानी या अर्जुन की छाल नहीं लेना चाहिए उसको सिर्फ एलोपैथ दवाओं से कवर करना चाहिएआवश्यक है
महिला का ज्यादा थायराइड होने पर बाल झड़ना
महिला का अगर hair loss हो रहा है तो समझिए कि महिला का T3 t4 टीश से थायराइड नीचे ऊपर है इसलिए महिला का हेयर लॉस हो रहा है
ज्यादा थायराइड को सुरसा डायन हारमोंस कहा गया है
महिला के शरीर में अगर थायराइड की मात्रा नीचे ऊपर ज्यादा डिस्टर्ब है तो यह सारे हार्मोन को एक तरह से सुरसा डायन जैसे खा जाती है यहां तक कि कुछ दिन बाद महिला का M C भी आना बंद हो जाता है क्योंकि पूरी तरह से हारमोंस को ब्लॉक कर देता है तो यह MC ई रेगुलर होने के कारण थायराइड भी माना जाता है
महिला के वढे थायराइड का उपचार महिला का t4
अगर बड़ा है तो यही महिला का खतरनाक थायराइड होता है इसको कंट्रोल करना आवश्यक होता है विना इसके कंट्रोल करें प्रेगनेंसी कंसीव नहीं कर सकते ना तो बाल झरना रुकेगा इसलिए नेचुरल दवा हरी धनिया एक चम्मच पीसकर 100 ml पानी में गरम कर पीने से एक माह में t4 नॉर्मल हो जाता है t4 ही खतरनाक थायराइड माना जाता महिला को
अगला रिसर्च जल्द अपडेट होगा :-
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