कैंसर क्या है ? In Hindi

  कैंसर क्या है  Part :-1




कैंसर क्या होता है in Hindi

1 कैंसर, किसी कोशिका के असामान्य तरीके से बढ़ने की बीमारी है. आमतौर पर, हमारे शरीर की कोशिकाएं नियंत्रित तरीके से बढ़ती हैं और विभाजित होती हैं. जब सामान्य कोशिकाओं को नुकसान पहुंचता है या कोशिकाएं पुरानी हो जाती हैं, तो वे मर जाती हैं और उनकी जगह स्वस्थ कोशिकाएं ले लेती हैं.

 2 कोशिका (Cell) सजीवों के शरीर की रचनात्मक और क्रियात्मक इकाई है और प्राय: स्वत: जनन की सामर्थ्य रखती है। यह विभिन्न पदार्थों का वह छोटे-से-छोटा संगठित रूप है जिसमें वे सभी क्रियाएँ होती हैं जिन्हें सामूहिक रूप से हम जीवन कहतें हैं।

(3 कार्य- कोशिका-भित्ति कोशिका के भीतरी कोमल अंगो की सुरक्षा करती हैं। कड़ी होने के कारण, यह कोशिका को फूलने नहीं देती और अनेक प्रकार से लाभकारीहोती हैं। इसमें होकर जल तथा अन्य रसायन कोशिका से बाहर आरै उसके भीतर मुक्त रूप सेआ जा सकते हैं 



कोशिका के प्रकार in Hindi

 साधारण कोशिका विभाजन अथवा समसूत्रण (mitosis)

2 अर्धसूत्री विभाजन (meiosis)

3 द्विखंडन (binary fission)

सभी जीवित प्राणी सेल से बने होते हैं। उनमें से कुछ एक सेल से बने होते हैं और अन्य में कई सेल होती हैं। आदमी के शरीर लगभग 60-90 ट्रिलियन सेल से बना होता है।

 कैंसर कितने प्रकार का होता है? In Hindi

ब्लड कैंसर

फेफड़ों का कैंसर

ब्रेन कैंसर

स्तन कैंसर

चर्म यानि स्किन कैंसर

सीबीसी और ड्ब्लूबीसी

सीटी स्कैन और एमआरआई

हीमोग्लोबिन टेस्ट 

कैंसर कैसे उत्पन्न होता है in Hindi

 1 कैंसर सेल शरीर में हर समय रहता है लेकिन फैलता नहीं है लेकिन कुछ लोगों में सिगनलिंग सिस्टम फेल हो गया है तो शरीर में जैसे नया ट्यूमर आता हैआर्गन ने पूछा कि यह ट्यूमर सेल ले लूं नया आया है लेकिन सिग्नल सिस्टम फेल हो गया है तो जब नया ट्यूमर सेल शरीर में आता है तो आर्गन  पूछता है शरीर के सिगनलिंग सिस्टम से लेकिन आप का सिगनलिंग सिस्टम फेल हो गया हैतो ट्यूमर बॉडी में फैलने लगता है इसी को कैंसर कहते हैं

 2 अगर हम अपने शरीर का सिगनलिंग सिस्टम सही कर ले तो कैंसर सेल को शरीर को सिग्नल सिस्टम तुरंत भगा देगाअब रही बात सिग्नल सिस्टम खराब कैसे हुआ तो दुनिया भर की मेडिकल रिपोर्ट बता रही हैजो व्यक्ति बिना कारण दवाइयां लेते रहते हैं जैसे जुखाम हो गया पेट खराब हो गया सिर दर्द हो गया हल्का बुखार हो गया तो उनके शरीर का सिगनलिंग सिस्टम फेल हो जाता है 

3अगर आपकी बॉडी में किसी तरह का केमिकल जाता है तो शरीर का सिगनलिंग सिस्टम खराब होगा सिगनलिंग सिस्टम ऐसा भी कमजोर होता है जैसे किसी तरह का एक्सरे m.r.i. बार-बारयह सभी शरीर के सिगनलिंग सिस्टम को खराब कर देते हैंजैसे किसी व्यक्ति को ट्यूमर हुआ डॉक्टर के पास गया कि यह हमें ट्यूमर हुआ है तो डॉक्टर ने कहा ऐसे नहीं पता लगेगा इसका टुकड़ा काटकर जांच कराना पड़ेगा पड़ेगा तो सामान्य ट्यूमर कैंसर में कन्वर्ट हो जाएगा 



कैंसर का इलाज इन हिंदी

1जैसा कि मैंने बताया कि कैंसर सेल सभी के शरीर में होते हैं लेकिन जब वह असल लेबल से ज्यादा बढ़ जाते हैं तो उन को मारने का शरीर मैं क्षमता होती है कुछ लोगों का भी  सिंगलिंग सिस्टम  कमजोर पड़ जाता है उसे एक्टिवेट करने की जरूरत अब आपका सिंगलिंग शरीर का ऑक्सीजन कैसे सही होगा तो प्रकृति आपके साथ हैं आपको सिर्फ सुधार करना है क्योंकि जब शरीर का ऑक्सीजन लेवल अच्छा होगा तो कहीं पर ट्यूमर बन ही नहीं सकता है ऑक्सीजन कहीं पर गंदगी रुकने ही नहीं देती है तो ट्यूमर का जन्म ही नहीं होगा उसके लिए विकल्प है कि आपको 90% खाने में फ्रूट्स वेजिटेबल शामिल करना होगा जैसे पालक का जूस मूली गाजर टमाटर आदि जो ऑक्सीजन के सभी स्रोत हैं और गेहूं की रोटी चावल रिफाइंड पैकेट बंद वस्तु सब का त्याग करना होगा ट्यूमर 9 माह में अपने आप अच्छे सेल मैं रिजोनेट हो जाएगा और दर्द भी सही हो जाएगीआप अपने आप डॉक्टर बनो क्योंकि आप खुद सोचो कि कभी हार्ड में कैंसर क्यों नहीं होता क्योंकि हार्ड हर समय चलता रहता

पुरुषों में Breast Cancer के होते हैं ये 4 स्‍टेज, बॉडी में दिखें ऐसे बदलाव तो तुरंत करवाएं ज

ब्रेस्ट कैंसर सिर्फ महिलाओं को नहीं, पुरुषों को भी हो सकता है। इसलिए पुरुषों के लिए भी जरूरी है कि वे समय- समय पर अपने ब्रेस्ट की जांच करते रहें।

यह सबसे आम तरह का कैंसर है, जो पुरुषों को होता है। यह कैंसर दूध बनाने वाले ग्लैंड्स से शुरू होता है। यह ब्रेस्ट कैंसर पुरुषों में बहुत कम पाया जाता है क्योंकि उनके ब्रेस्ट टिश्यू में बहुत कम लॉब्युल्स होते हैं। पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर के अन्य प्रकार में पैजेट्स डिजीज ऑफ निप्पल और इन्फ्लेमेट्री ब्रेस्ट कैंसर है।

 अब तक आपने सिर्फ महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के बारे में सुना ही होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पुरुषों को भी ब्रेस्ट कैंसर का खतरा रहता है? यह सुनने में भले ही थोड़ा अजीब लग रहा होगा लेकिन है बिल्कुल सच। जब किसी पुरुष के ब्रेस्ट टिश्यू में कैंसर का विकास होता है तो उसे मेल ब्रेस्ट कैंसर कहा जाता है। यदि शुरूआती स्टेज में मेल ब्रेस्ट कैंसर का पता चल जाए तो इस बीमारी से रिकवर होने के अधिक चांसेस रहते हैं।


अमूमन ब्रेस्ट कैंसर के इलाज में ब्रेस्ट टिश्यू को सर्जरी से हटा दिया जाता है। कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी अन्य ट्रीटमेंट हैं, जो रोगी की बीमारी के स्टेज के अनुसार किए जाते हैं। औसत मामलों में मेल ब्रेस्ट कैंसर उम्रदराज लोगों को होता है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि यह किसी भी उम्र में नहीं हो सकता

 कैंसर की पहचान

 शुरूआती स्टेज में इसका कोई खास लक्षण नहीं होता। लेकिन आम मामलों में एक गांठ बन जाती है, जिसमें अमूमन दर्द नहीं होता। यदि आपको मेल ब्रेस्ट कैंसर के कोई भी निम्न लक्षण दिखते हैं तो आपको तुरंत ऑनकोलॉजिस्ट से संपर्क करना चाहिए:

 दर्द रहित गांठ

डॉ अमीश चौधरी कहते हैं, 'ब्रेस्ट में बिना दर्द वाली गांठ मेल ब्रेस्ट कैंसर का शुरूआती लक्षण है। स्किन के नीचे टिश्यू के टेक्सचर में होने वाले बदलाव की वजह से यह गांठ बनती है। यदि आपको कोई गांठ महसूस होती है तो आपको तुरंत मदद के लिए डॉक्टर के पास जाना चाहिए। कोई गांठ तो नहीं बन रही, इसके लिए आपको खुद ही कुछ- कुछ समय के बाद अपने ब्रेस्ट की जांच करनी चाहिए।' यदि आपके परिवार में किसी को यह बीमारी रह चुकी है तो आपको अधिक ध्यान देने की जरूरत है।

निप्पल में बदलाव

निप्पल में बदलाव एक मुख्य लक्षण है। खासकर इनवर्टेड निप्पल बहुत आम है। यह तब होता है जब एक टिश्यू पनपने लगता है। इसे निप्पल रिट्रैक्शन कहते हैं। निप्पल का रंग भी लाल हो जाता है।

निप्पल से डिस्चार्ज

मेल ब्रेस्ट कैंसर के बाद के स्टेज में निप्पल से कभी- कभी डिस्चार्ज भी होता है। यह एक ट्रांसलूसेंट लिक्विड होता है, जो खून से लथपथ भी निकल सकता है। हालांकि, अधिकतर निप्पल डिस्चार्ज नॉन कैंसरस होते हैं, लेकिन कुछ लोगों में ब्रेस्ट कैंसर का कारण हो सकते हैं।

ब्रेस्ट स्किन में बदलाव

निप्पल के आस- पास खुजली या दाने जो जाते नहीं, यह भी मेल ब्रेस्ट कैंसर का एक आम लक्षण है। निप्पल के पास डिम्पल पड़ जाना, लाल हो जाना भी लक्षण है।

बांह के नीचे गांठ

बांह के नीचे जिसे कांख कहते हैं, वहां आस- पास लिम्फ नोड्स में सूजन आना एक अन्य लक्षण है। लिम्फ नोड्स मुख्यतः किसी भी तरह के विदेशी शारीरिक हिस्से (जो हमारे शरीर का हिस्सा जन्म से न रहा हो) से लड़ने में हमारी मदद करते हैं। जब भी बॉडी में कोई इन्फेक्शन होता है तो ये सूज जाते हैं।

निप्पल अल्सरेशन

यह एक ऐसा लक्षण है, जो बहुत कम देखा जाता है। इसमें निप्पल में सूजन और जलन होती है।  

अगला रिसर्च आने पर तत्काल अपडेट किया जाएगा डॉ सरोज सिंह नेचरोपैथ

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